नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिसर्च के मुताबिक लोगों में खाने से तृप्ति का एहसास घट रहा है। भरपेट खाने के बाद भी उन्हें कुछ अधूरा सा लगता रहता है। इसकी तलाश में वह कुछ चटपटा या मीठा तलाशते हैं। उनकी यह तलाश जंक फूड और मिठाइयों पर जाकर पूरी होती है। लेकिन तृप्ति का एहसास तब भी नहीं होता। इससे आपकी सेहत खतरे में पड़ती है वह अलग।
हाल ही में जर्नल ऑफ डेयरी साइंस में इससे संबंधित एक स्टडी पब्लिश हुई है। इसके मुताबिक नाश्ते में प्रोटीनयुक्त डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करने से तृप्ति का एहसास बढ़ता है और एकाग्रता की क्षमता भी विकसित होती है।
आज ‘सेहतनामा’ में जानेंगे कि नाश्ता आपकी सेहत पर कैसे असर करता है। साथ ही जानेंगे-
नाश्ता सबसे महत्वपूर्ण डाइट क्यों है?
कैसे बढ़ाएं एकाग्रता?
बच्चों को कैसा नाश्ता दें?
तृप्ति का एहसास कैसे पैदा होगा?
सेहत को कितने फायदे?
ब्रेकफास्ट लाइक ए किंग
आपने सुना होगा कि अगर फिट रहना है तो-सुबह का नाश्ता राजा की तरह, दोपहर का खाना राजकुमार की तरह और डिनर भिखारी की तरह करना चाहिए। इसका मतलब हुआ कि सुबह का नाश्ता बेहद पौष्टिक हो और भरपेट किया जाए। दिन में आप मनपसंद खाने खा सकते हैं। फिर रात में दलिया या खिचड़ी जैसा हल्का खाना खाना चाहिए।
सुबह का नाश्ता पौष्टिक होना इसलिए जरूरी है कि क्योंकि आप रात भर भूखे रहकर एक फ्रेश शुरुआत करने जा रहे हैं। इससे आपके शरीर को नए सिरे से पोषण मिलने वाला है। यह नाश्ता ही तय करता है कि आप दिन भर दिमागी और शारीरिक रूप से कितने एनर्जेटिक रहेंगे। हालिया रिसर्च से भी इस बात को बल मिलता है।
हाई प्रोटीन नाश्ते से बढ़ती है तृप्ति और एकाग्रता
डेनमार्क की आरहूस यूनिवर्सिटी में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और इस डैनिश स्टडी के लेखक मेटे हेन्सन के मुताबिक डेयरी प्रोडक्ट्स और ओट्स के साथ हाई प्रोटीन नाश्ते से तृप्ति और एकाग्रता दोनों में बढ़ोतरी होती है।
अगर सुबह के नाश्ते से आपको तृप्ति का एहसास हो जाए तो दिनभर स्वाद की तलाश में नहीं भटकेंगे। इससे जंक फूड और बहुत तला-भुना खाने से भी बचे रहेंगे। हेल्दी फूड खाने की आदत लगेगी, जो आपको मोटापे से दूर रखेगी।
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