अमृतसर: सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ, जिन्हें गलती से सीमा पार जाने पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था, बुधवार सुबह अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत लौट आए। उनकी रिहाई DGMO स्तर की बातचीत के बाद हुई है। 20 दिनों तक पाकिस्तान की कैद में रहने के बाद उनकी सुरक्षित वापसी हुई है।
BSF जवान पूर्णम कुमार शॉ गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस घटना के बाद भारतीय सेना ने तत्काल कार्रवाई करते हुए DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर पर पाकिस्तान से संपर्क साधा और उनकी रिहाई के लिए बातचीत शुरू की।
भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना के बीच DGMO स्तर पर लगातार वार्ता चलती रही, जिसके बाद पाकिस्तान ने पूर्णम कुमार शॉ को रिहा करने का निर्णय लिया। बुधवार सुबह 10:30 बजे उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया।
रिहाई के तुरंत बाद BSF जवान पूर्णम कुमार शॉ को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह स्वस्थ हैं। उनकी वापसी पर परिवार और साथी जवानों ने खुशी जाहिर की।
BSF की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "हमारे जवान पूर्णम कुमार शॉ की सुरक्षित वापसी हमारे प्रयासों और DGMO स्तर पर बातचीत का परिणाम है। हम उनके साहस और धैर्य की सराहना करते हैं।"
इस घटना ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संवाद की महत्ता को उजागर किया है। सीमा पर गलती से पार करने के मामलों में दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.