जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी के 34वें दीक्षांत समारोह में गोविंदगढ़ की विजयलक्ष्मी यादव ने इतिहास रच दिया है। गणित विषय में स्नातकोत्तर की परीक्षा में सर्वोच्च अंक हासिल कर उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने उन्हें समारोह में सम्मानित किया।
विजयलक्ष्मी यादव, जो एक साधारण परिवार से आती हैं, ने अपनी मेहनत और लगन से गणित जैसे चुनौतीपूर्ण विषय में यह उपलब्धि हासिल की। उनके पिता एक किसान हैं और माता गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद विजयलक्ष्मी ने अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित रखा और गणित विषय में न केवल स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की बल्कि टॉप कर गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के 34वें दीक्षांत समारोह में विजयलक्ष्मी यादव को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने उन्हें मेडल पहनाते हुए उनकी उपलब्धि की सराहना की और कहा, "आपने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी भी परिस्थिति में अपना रास्ता खुद बना लेती है।"
अपनी इस ऐतिहासिक सफलता पर विजयलक्ष्मी ने कहा, "यह मेरे माता-पिता और शिक्षकों के सहयोग का परिणाम है। गणित हमेशा से मेरा पसंदीदा विषय रहा है, और मैं इसे आगे भी जारी रखना चाहती हूं। मेरा सपना है कि मैं गणित के क्षेत्र में शोध करूं और प्रोफेसर बनूं।"
विजयलक्ष्मी की इस उपलब्धि पर गोविंदगढ़ में जश्न का माहौल है। उनके परिवार, दोस्तों और गांव के लोगों ने मिठाइयां बांटकर उनकी सफलता का जश्न मनाया। गांव के सरपंच ने भी विजयलक्ष्मी को बधाई दी और कहा, "विजयलक्ष्मी ने हमारे गांव का नाम रोशन किया है। वह आज हर बेटी के लिए प्रेरणा बन गई हैं।"
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा, "राजस्थान की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। विजयलक्ष्मी जैसी होनहार छात्राएं हमारे प्रदेश का भविष्य हैं। हमें गर्व है कि हमारे विश्वविद्यालय में ऐसी प्रतिभाशाली छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।"
राजस्थान यूनिवर्सिटी के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी छात्रा ने गणित विषय में स्नातकोत्तर की परीक्षा में गोल्ड मेडल हासिल किया है। विजयलक्ष्मी ने कुल 91% अंक प्राप्त किए, जो इस विषय में अब तक का सबसे अधिक है।
विजयलक्ष्मी यादव की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार और गांव के लिए, बल्कि उन सभी छात्राओं के लिए भी प्रेरणादायक है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने सपनों को साकार करने की कोशिश कर रही हैं।
विजयलक्ष्मी यादव की सफलता यह संदेश देती है कि अगर आपके पास दृढ़ संकल्प और मेहनत है, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। गोविंदगढ़ की इस होनहार बेटी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी में इतिहास रच दिया है और गणित के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है।
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