राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) : की ओर से सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में जनसंपर्क अधिकारी (PRO) के 6 पदों के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में उम्मीद से बहुत कम उम्मीदवार शामिल हुए। राज्य के तीन जिलों - अजमेर, उदयपुर और जयपुर में बनाए गए 115 परीक्षा केंद्रों पर 31,000 से ज्यादा कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे, लेकिन इनमें से सिर्फ 1,555 उम्मीदवार ही परीक्षा देने पहुंचे।
परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा जांच के इंतजाम किए गए थे। किसी भी प्रकार की नकल या अनुचित साधनों के उपयोग को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों ने उम्मीदवारों की सघन जांच की। अजमेर के एक केंद्र पर महिला पुलिसकर्मी ने एक महिला उम्मीदवार से उसकी नाक की बाली भी उतरवाई, ताकि परीक्षा के दौरान कोई संदिग्ध उपकरण का इस्तेमाल न हो सके।
कुल 31,000 से अधिक रजिस्टर्ड उम्मीदवारों में से केवल 1,555 ने परीक्षा में भाग लिया। यह उपस्थिति महज 5% रही, जो आयोग के लिए भी चौंकाने वाली थी। अधिकारियों का कहना है कि इतनी कम उपस्थिति के पीछे कड़ी चेकिंग और सख्त नियम भी कारण हो सकते हैं।
RPSC ने PRO भर्ती परीक्षा के लिए तीन प्रमुख जिलों में 115 परीक्षा केंद्र बनाए थे:
अजमेर: 45 केंद्र
उदयपुर: 35 केंद्र
जयपुर: 35 केंद्र
परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी रखी गई थी। सभी उम्मीदवारों की एंट्री से पहले कड़ी चेकिंग की गई, जिसमें मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और किसी भी संदिग्ध वस्तु पर पूर्ण प्रतिबंध था।
विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी कम उपस्थिति के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
परीक्षा का कठिन स्तर: उम्मीदवारों को लग सकता है कि वे परीक्षा पास नहीं कर पाएंगे।
कठोर चेकिंग: कई उम्मीदवारों ने सख्त सुरक्षा जांच के कारण परीक्षा में शामिल होने से परहेज किया।
कोविड-19 के बाद का प्रभाव: कई अभ्यर्थी अभी भी सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचते हैं।
RPSC के एक अधिकारी ने कहा, "हम परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सुरक्षा जांच का उद्देश्य परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकना है। उम्मीदवारों की कम उपस्थिति के कारणों की भी समीक्षा की जाएगी।"
PRO (जनसंपर्क अधिकारी) भर्ती परीक्षा राजस्थान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में जनसंपर्क अधिकारी के 6 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाती है। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को जनसंपर्क, मीडिया प्रबंधन, सरकारी संचार और रिपोर्टिंग में विशेषज्ञता होनी चाहिए।
RPSC के अधिकारियों का कहना है कि भविष्य की परीक्षाओं में भी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऐसी ही सख्त चेकिंग की जाएगी। इससे योग्य उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित हो सकेगा और परीक्षा की शुचिता बनी रहेगी।
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