सवाई : मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल जयपुर ने एक अत्यंत दुर्लभ सर्जरी कर चिकित्सा क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। डॉक्टर्स ने एक महिला की छाती में स्थित किडनी से 5 सेमी (50 मिमी) की पथरी निकालने में सफलता प्राप्त की है। यह मामला चिकित्सा विज्ञान के लिहाज से बेहद असामान्य है, और दावा किया जा रहा है कि राजस्थान में यह ऐसा पहला केस है।
मरीज जब लगातार छाती में दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंची तो शुरू में डॉक्टरों को शंका हुई कि यह दिल या फेफड़े से जुड़ी कोई समस्या है। लेकिन सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड के बाद सामने आया कि मरीज की किडनी सामान्य स्थान पर न होकर छाती की दीवार में स्थित है – ठीक दिल और फेफड़ों के करीब।
चूंकि किडनी छाती में थी, इस कारण डॉक्टरों को अत्यधिक सावधानी के साथ सर्जरी करनी पड़ी।
ऑपरेशन के दौरान एक विशेष ट्यूब (Percutaneous Nephrolithotomy - PCNL) के माध्यम से पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा गया।
मिनीमली इनवेसिव तकनीक का इस्तेमाल कर 5 सेंटीमीटर की पथरी निकाली गई, जिससे मरीज के शरीर में अधिक कटाव नहीं हुआ।
SMS अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग की टीम ने यह दुर्लभ ऑपरेशन किया।
विभागाध्यक्ष डॉ. ___ (नाम उपलब्ध नहीं) ने बताया:
“यह मामला मेडिकल साइंस के लिए एक अद्भुत केस स्टडी है। छाती में किडनी मिलना ही दुर्लभ है, ऊपर से उसमें इतनी बड़ी पथरी होना और बिना किसी जटिलता के निकाल पाना एक बड़ी उपलब्धि है।”
ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और महिला की हालत अब स्थिर है। डॉक्टर्स का कहना है कि कुछ दिनों की निगरानी के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
इस स्थिति को Thoracic Kidney कहा जाता है – यह एक जन्मजात असामान्यता है जिसमें किडनी अपनी सामान्य जगह पेट में न होकर डायाफ्राम के ऊपर यानी छाती में स्थित होती है। यह हज़ारों में किसी एक व्यक्ति में पाई जाती है।
जयपुर के SMS हॉस्पिटल में किया गया यह ऑपरेशन न केवल चिकित्सा क्षेत्र की एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह दुर्लभ मेडिकल केसों में एक प्रेरणादायक उदाहरण भी है। इस केस ने दिखा दिया कि उन्नत तकनीक और विशेषज्ञ डॉक्टर मिलकर असंभव को भी संभव बना सकते हैं।
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