जयपुर – राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। इस बार गहलोत का हमला गुजरात के केवड़िया में हो रहे भाजपा विधायकों, मंत्रियों और सांसदों के ट्रेनिंग कैंप को लेकर है।
गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि जब राजस्थान की जनता बिजली, पानी, महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है, तब मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार गुजरात में मौज-मस्ती कर रही है।
गहलोत ने भाजपा नेतृत्व पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यदि सरकार को डेढ़ साल बाद भी ट्रेनिंग की जरूरत है, तो यह खुद भाजपा हाईकमान की नाकामी दर्शाता है।
"यह बेहद ही आश्चर्यजनक है कि आज से अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार गुजरात के केवड़िया में ट्रेनिंग ले रही है। इसका सीधा अर्थ है कि हाईकमान को भी लग रहा है कि सरकार अब तक फेल रही है।"
– अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान
गहलोत ने कहा कि इस समय जब राजस्थान में पानी का संकट, बिजली कटौती, गर्मी से राहत के कोई इंतजाम नहीं, तब जनता को नजरअंदाज कर सरकार के बाहर जाने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने इसे जनता के साथ विश्वासघात करार दिया।
सूत्रों के अनुसार, केवड़िया में हो रहे इस प्रशिक्षण शिविर में भाजपा नेतृत्व द्वारा विधायकों और मंत्रियों को संचार कौशल, जनसंपर्क, नीति-निर्माण और मीडिया से संवाद जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हालांकि विपक्ष इसे प्रशासन से दूर भागने की कोशिश बता रहा है।
गहलोत के इस बयान को राजनीतिक हलकों में विपक्ष की एक नई रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। राजस्थान में हाल ही में कई मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिशें तेज हुई हैं, और गहलोत इस मुहिम की अगुवाई करते नजर आ रहे हैं।
अशोक गहलोत ने एक बार फिर सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल उठाए हैं। उनके अनुसार जब जनता मुश्किल में हो, तब सरकार को जनता के साथ खड़ा होना चाहिए, न कि प्रशिक्षण कैंप में व्यस्त रहना चाहिए। अब देखना है कि भाजपा इस तंज का क्या जवाब देती है।
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