पश्चिम बंगाल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में अजमेर के शहीद जवान छोटूराम जाट का बुधवार दोपहर 1.30 बजे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके 15 साल के बेटे दीपेंद्र चौधरी ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले सेना के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी। शहीद छोटूराम जाट की अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव तिलोनिया में की गई।
बता दें कि 18 फरवरी को मुठभेड़ में नक्सलियों की तरफ से हुई गोलीबारी में छोटू राम जाट के ठोड़ी और सिर में गोली लग गई और वे शहीद हो गए। छोटूराम की तरफ से कुल चार राउंड फायरिंग हुई थी।
मंगलवार देर शाम शहीद छोटूराम जाट (42) पुत्र स्वर्गीय दानाराम जाट की पार्थिव देह किशनगढ़ पहुंची थी, जिसे मार्बल सिटी हॉस्पिटल में रखवाया गया था। बुधवार सवेरे सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में भारत माता की जय के जयकारों के बीच शहीद की पार्थिव देह सेना वाहन में तिलोनिया गांव के लिए रवाना हुई। करीब 11 किलोमीटर तक शहीद की अंतिम यात्रा किशनगढ़ के मुख्य बाजार से होती हुई, तिलोनिया के लिए रवाना हुई। इस दौरान सैकड़ों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
शहीद की अंतिम यात्रा 11.50 पर तिलोनिया गांव स्थित घर पहुंची। यहां शहीद के पुत्र दीपेंद्र चौधरी, पुत्री सोनू चौधरी और पत्नी रामकण्या देवी समेत अन्य परिजनों को अंतिम दर्शन कराए गए। यहां से अंतिम यात्रा दोबारा अंतिम सफर के लिए रवाना होकर करीब एक किलोमीटर दूर चामुंडा माता मंदिर की तलहटी में पहुंची। अंत्येष्टि स्थल पर 91 बटालियन के एसआई सुनील कुमार और जयपुर से आई 49 बटालियन के एसआई सचिन कुमार के नेतृत्व में 11 जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित की। इसके बाद शहीद को 7 राउंड फायर कर अंतिम सलामी दी। 91 बटालियन के एसआई सुनील कुमार ने शहीद के पुत्र दीपेंद्र चौधरी को सम्मान पूर्वक तिरंगा सौंपा। एक बजकर 29 मिनिट पर शहीद के पुत्र दीपेंद्र चौधरी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।
इस मौके पर किशनगढ़ विधायक डॉ. विकास चौधरी, पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय, तिलोनिया सरपंच नंदलाल भादू, पूर्व सरपंच मंगला राम समेत कई पंचायत समिति के प्रधान अन्य जनप्रतिनिधि और पूरे गांव समेत आस-पास के विभिन्न गांवों के लोगो की मौजूदगी रही।
जनवरी में आए थे गांव
सरपंच मंगलाराम ने बताया कि छोटू राम और उनके भाई देवाराम ने दो साल पहले अजमेर में मकान खरीदा था। दो साल से दोनों का परिवार अजमेर में रहता है। जनवरी की शुरुआत में छोटू राम छुट्टी पर अजमेर आए थे। तब मुझे फोन कर कहा था कि मेरी बच्ची का सिलेक्शन क्रिकेट के नेशनल में हो गया है। इस दौरान उन्होंने गांव के हालचाल पूछे थे। दूसरे दिन बाइक से गांव आए थे।
22 साल से सेना में थे छोटूराम
छोटू राम ने 16 जुलाई 2001 को बीएसएफ जॉइन की थी। छोटूराम 3 भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके बडे भाई कानाराम मूंडवारिया खेती करते हैं। दूसरे भाई देवाराम राजस्थान पुलिस में हैं। माता-पिता का देहांत हो चुका है। छोटू राम की शादी 2003 में सलेमाबादा के पास पींगलोद निवासी राम कन्या देवी (38) के साथ हुई थी। उनके बेटी सोनू चौधरी (17) और बेटा दीपेंद्र चौधरी (15) हैं। अजमेर स्थित केंद्रीय विद्यालय में बेटी 9वीं और बेटा 7वीं कक्षा में पढ़ता है।
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